Hawai Yatra बिना किसी परेशानी का कैसे करें? जानिए
हवाई यात्रा अन्य यात्रा के अपेक्षा थोड़ा अलग होता है. किंतु इन टिप्स को पहले जान लिया जाए तो यात्रा पूरी तरह मंगलमय हो सकता है.
हर किसी की कामना होती है कि हमारी हवाई यात्रा मंगलमय हो और खुशियों से भरा हो. देखा गया है कि जब कोई पहली बार या बहुत समय के बाद Hawai Yatra करते हैं तो उसे परेशानी का सामना करना पड़ता है.
इस लेख के माध्यम से समझेंगे की हवाई यात्रा में हमें किन किन बातों का अवश्य ही ध्यान रखना चाहिए ताकि हमारा कभी गलती से भी मजाक ना बन जाए.
जरूर चेक कर लीजिए
- हवाई जहाज का वजन कितना होता है? जानिए
- एरोप्लेन कितने में मिलती है? सही जानकारी
- हवाई जहाज का एवरेज एवं इंधन का रेट – जानें
- दुनिया का 10 सबसे बड़ा हवाई अड्डा एवं भारत
- हवाई जहाज का टिकट कितने में मिलता है, जानें
- दुनिया का 10 सबसे बड़ा हवाई जहाज व भारत
- ऑनलाइन टिकट बुकिंग स्टेप बाय स्टेप जानिए
- असली व नकली टिकट की पहचान – रहे सावधान
पहला स्टेप – सही तरीके से टिकट बनाया जाए
आपने जरूर सुना होगा कि इन दिनों हवाई Aeroplane के नकली टिकट मिलते हैं. आप जानते हैं कि इंडियन रेलवे के तरह यहां पर संयोजित ढंग से टिकट नहीं बेचा जाता है.
एयर टिकट बेचने के लिए अलग-अलग Platform है जो अपना रेट ऊपर नीचे करके बेचते हैं. भरोसेमंद मोबाइल एप्लीकेशन एवं वेबसाइट से ही हवाई जहाज का टिकट खरीदें.
अगर आप किसी एजेंट या दलाल से एयर टिकट खरीदते हैं तो Ticket की वैधता जानने के लिए पीएनआर को संबंधित वेबसाइट पर जरूर चेक करें.
दूसरा स्टेप – यात्रा में आप कितना सामान ले जा सकते हैं पहले अच्छे से पता कर लें
भारतीय रेलवे में आप सफर के दौरान अपने हिसाब से जितना चाहो उतना सामान ले कर के जा सकते हो. लेकिन हवाई यात्रा में ऐसा बिल्कुल नहीं होता है.
जब आप टिकट खरीदते हैं उसी समय टिकट पर लिखा होता है कि आप 15kg या उससे कम या ज्यादा सामान ले कर के जा सकते हैं.
अगर आपके टिकट पर 15 केजी सामान ले जाने के बारे में लिखा गया है तो आपको 15kg या उससे कम सामान लेकर यात्रा करने पर अतिरिक्त fees नहीं लगेगा. 15 केजी से अगर थोड़ा सा भी ज्यादा हुआ तो इसके लिए आपको अतिरिक्त शुल्क देना पड़ेगा.
अगर आप अतिरिक्त शुल्क नहीं चुका पाए तो आपको सामान छोड़कर ही यात्रा करना पड़ेगा. सामान का अतिरिक्त शुल्क काफी ज्यादा होता है.
घर से निकलते समय अपने सामान का वजन जरूर चेक कर लीजिए. इसके लिए आप वेट मशीन खरीद सकते हैं या कोई और जुगाड़ लगा कर के भी समान का वजन कर सकते हैं.
तीसरा स्टेप – निर्धारित समय से, कम से कम 2 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचाएं
ट्रेन के अपेक्षा एरोप्लेन में बैठना बहुत ही मुश्किल काम है. सबसे पहले आपको एयरपोर्ट में एंट्री करने के लिए लंबा लाइन मिलेगा. आप अपना आईडी प्रूफ एवं टिकट का प्रमाण दिखा करके ही अंदर जा सकते हैं.
जैसे रेलवे स्टेशन पर कई प्लेटफार्म होते हैं उसी प्रकार यहां पर कई टर्मिनल होते हैं. टर्मिनल की संख्या आ के टिकट पर लिखा होता है. जो टर्मिनल संख्या लिखा है आप एयरपोर्ट के उसी टर्मिनल से एंट्री करें.
एयरपोर्ट के अंदर जाने के बाद आपको पता करना होगा कि आप जिस कंपनी के फ्लाइट से यात्रा करना चाहते हैं उस कंपनी का बोर्डिंग पास कहां पर मिलता है.
आप वहां पहुंचने के बाद लाइन में खड़े हो जाइए जब आपका टर्न आएगा तो आपका सामान का वजन होगा. सामान के वजन के बाद आप के टिकट एवं आईडी प्रूफ की जांच होगी.
भारी सामान को आपको यहीं पर छोड़ देना होगा. एयरपोर्ट के अधिकारी उस सामान को एरोप्लेन तक पहुंचाएंगे. अपने भारी सामान में रुपया पैसा या ज्वेलरी ना छोड़िए.
लगभग हर टिकट में 5kg तक हैंडबैग का सामान लेकर जा सकते हैं. हैंडबैग को ले करके आप हवाई जहाज के अंदर बैठ सकते हैं आप उसी में अपना कीमती सामान या रुपया आदि को रखें.
चौथा स्टेप – बोर्डिंग पास लेने के बाद आपको सिक्योरिटी गेट पर पहुंचना होगा
Boarding पास की जगह से सिक्योरिटी गेट कभी कभार बहुत दूर भी हो सकता है. आपके बोर्डिंग पास में सिक्योरिटी गेट नंबर लिखा होता है. दिल्ली एयरपोर्ट बहुत बड़ा है इसीलिए यहां पर सिक्योरिटी गेट 60 से भी ज्यादा है.
अगर आपका सिक्योरिटी गेट संख्या 60 है तो इसका मतलब यह हुआ कि आपको 30 से 40 मिनट तक पैदल चलना पड़ेगा.
जब आप सिक्योरिटी गेट पर पहुंच जाएंगे तो, वहां पर आपके निर्धारित फ्लाइट कंपनी के लोग मिलेंगे. वह आपके बोर्डिंग पास एवं टिकट को पुनः चेक करने के बाद ही हवाई जहाज की यात्रा करने के लिए देंगे.
कुछ एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी गेट से डायरेक्ट एरोप्लेन के अंदर एंट्री होती है, तो कुछ ऐसे भी एयरपोर्ट हैं यहां पर आपको बस के द्वारा एरोप्लेन तक ले जाया जाता है.
पांचवा स्टेप – एरोप्लेन के अंदर इन बातों का ध्यान रखें
एरोप्लेन के अंदर सारे कर्मचारी सभ्य व्यवहार वाले होते हैं जिससे आपको किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी. अगर आप किसी भी कर्मचारी के साथ बदतमीजी करते हैं तो ऐसे में उसे अपराध की श्रेणी में रखा गया है.
आपको यात्रा करने से रोक भी सकते हैं या पुलिस के हवाले भी किया जा सकता है. मेरे हिसाब से आपको इन कर्मचारियों के साथ सही व्यवहार के साथ पेश आना चाहिए.
जैसे ही आप अपनी सीट पर बैठेंगे तो आपको कुछ सावधानी वाली बातें बताई जाएंगी. जिसे आप जान लेंगे तो बेहतर होगा. हवाई जहाज के अंदर दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें और जब कहां जाए सीट बेल्ट को जरूर बांध लें.
छठा स्टेप – हवाई जहाज से बाहर निकलने की जल्दबाजी ना करें
हवाई जहाज से जल्दबाजी में बाहर निकालना उचित नहीं है. पहली बात यह है कि हवाई जहाज में बहुत ज्यादा कोई भीड़ नहीं होती है कि कोई जाम लग जाएगा.
दूसरी बात यह है कि आपको हवाई जहाज से बाहर निकलने के बाद भी एयरपोर्ट पर 20 से लेकर के 40 मिनट तक सामान के लिए इंतजार करना होगा.
बेहतर यह है कि आप हवाई जहाज से आराम से उतरी है उसके बाद आप बाथरूम वगैरह करके अपना 20 मिनट का यूटिलाइजेशन कीजिए.
20 मिनट के बाद आपका सामान, ब्लैक बेल्ट पर आ जाएगा. आप अपने स्थान पर खड़े रहिए आपका समान आपके पास घूमते हुए पहुंचेगा. अपना ही सामान उठाकर के नीचे रखे और आराम से घर लेकर जाइए.
आप जब कोई भी सामान उठाते हैं तो याद रखिए कि आप कैमरे की निगरानी में होते हैं. अगर आप किसी अन्य यात्री के सामान को उठाएंगे तो तुरंत आप पकड़े जाएंगे.
Conclusion Points
क्या आप Hawai की travel करने की योजना बना रहे हैं? यदि ऐसा है, तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप यह सुनिश्चित करने के लिए पहले से ही सब कुछ योजना बना लें कि आपकी यात्रा यथासंभव सुचारू रूप से चले।
उचित शोध और तैयारी के बिना द्वीप राज्य को नेविगेट करना मुश्किल हो सकता है, इसलिए बिना किसी परेशानी के हवाई यात्रा कैसे करें, इसके कुछ सुझाव यहां दिए गए हैं।
सबसे पहले, अपनी यात्रा के लिए सही समय चुनना महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि आप हवाई में अपने प्रवास के दौरान पहले से ही देख लें कि मौसम कैसा रहेगा।
इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि आप इस खूबसूरत राज्य में उपलब्ध सभी गतिविधियों और आकर्षणों का लाभ उठा सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, एक सफल हवाई यात्रा अनुभव की योजना बनाते समय यह शोध करना भी आवश्यक है कि कौन से द्वीप आपके बजट और वरीयताओं के लिए सबसे उपयुक्त हैं।.हवाई यात्रा अवकाश की योजना बनाते समय परिवहन लागत को ध्यान में रखना भी महत्वपूर्ण है।
मैंने अपने हवाई यात्रा के दौरान जो अनुभव प्राप्त किया है उसी को मैंने इस लेख में लिखा हूं. आप भी अपना हवाई जहाज की यात्रा का अनुभव हमारे साथ शेयर कर सकते हैं.
इस लेख से संबंधित आपके पास कोई उचित प्रश्न हो तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं. आपके सवालों का जवाब देने में मुझे बेहद खुशी होगी.
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